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Bastar the naxal story Movie Review:-खतरनाक एक्शन फिल्म

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By Prakhar Agrawal

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Bastar the Naxal Story:- पिछले कुछ समय से सच्ची घटना पे आधारित फ़िल्म का काफी जोर रहा है. आप कश्मीर फाइल्स की बात कर सकते है, केरला स्टोरी की बात कर सकते है अब कुछ समय पहले रिलीज़ हुई फ़िल्म आर्टिकल 370 की बात कर सकते है. लेकिन कहीं ना कहीं लोगों के दिमाग मे एक सवाल था की नक्सलवाद पे कोई फ़िल्म क्यों नहीं बनता क्यूंकि जितने हमारे देश के जवान भारत पाकिस्तान युद्ध या फिर आतंकी हमले मे शहीद हुए है, उससे ज्यादा नक्सली हमले मे शहीद हुए है तो इस चीज़ के ऊपर आखिर कोई क्यों नहीं बात कर रहा.

अब ये चीज ऐसी है जो हमारे देश मे काफी विवादित है नेताओं को भी इससे दो दो हाथ करने पड़े है और कई बार ये चीज देखी गयी है की इस समस्या का समाधान कभी सामने निकल कर नहीं आया है. नक्सलवाद और नक्सलियों पर इससे पहले भी कई फिल्में बन चुकी है कई तरह की बातें हमेशा से की जाती है.लेकिन अब विपुल शाह केरला स्टोरी के बाद Bastar the Naxal Story लेकर आए हैं. विपुल शाह की ये फ़िल्म जो कुछ भी दिखाती है और वह देखने के लिए भी शायद हिम्मत चाहिए, तो कमजोर दिल वाले शायद यह फिल्म देख नहीं पाएंगे.

देखा जाए तो ऐसी फिल्मों को अक्सर एजेंडा और प्रोपेगेंडा वाली फिल्म कहा जाता है और अगर आप नहीं मानते हैं इस बात को तो आपको याद करना चाहिए कश्मीर फाइल और केरला स्टोरी को जिसमें की सच्ची घटनाएं बताई गई थी उसको भी कई लोगों ने कहा था कि यह एजेंडा और प्रोपेगेंडा है. हालांकि विपुल शाह ने कहा है की फिल्म के तथ्यों पर वह बहस करने के लिए तैयार है.

Bastar the Naxal Story कहानी

Bastar the Naxal Story की कहानी बात करें तो बस्तर द नक्सली स्टोरी कहानी है बस्तर की और बस्तर में फैले नक्सलवाद की बस्तर में हुए नक्सलवादी हमलों को फिल्म में काफी क्रूरता से दिखाया गया है. क्रूरता इसलिए की आपको देख के लगेगा कहीं ये ज्यादा तो नहीं हो रहा है. लेकिन फिल्म सच्ची घटना जो हुई है उसी पे आधारित है.

छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलवादियों ने सीआरपीएफ कैंप पर हमला कर 76 जवानों की हत्या कर दी है. फ़िल्म में दिखाया गया है की कैसे नक्सालियों ने वहां अपनी एक अलग सेना बना ली है, कैसे उन्होंने वहां के लोगों की ज़िन्दगी तहस नेहस कर दी है.

आईपीएस अफसर नीरजा माधवन मतलब की अदा शर्मा नक्सलवादियों को कैसे ख़त्म करती है कैसे वो देश के सिस्टम से लड़ती है यही फ़िल्म की कहानी है और यह कहानी बड़े खौफनाक तरीके से पर्दे पर पेश की गई है.तो कहीं ना कहीं ये फ़िल्म की कहानी को देखते हुए और क्रूरता भरे सीन को देखते हुए, इस फ़िल्म की सच्चाई को देखते हुए ये फ़िल्म परेशान करने वाली है.

केरल स्टोरी के साथ भी यही हुआ था उस फ़िल्म को देखने के बाद भी लोगों के दिमाग में था की ये हमारे अगल बगल क्या चल रहा है और इस फ़िल्म को देखने के बाद भी यही लगेगा की क्या सही में ये सब चीज़े हमारे आस पास चल रही है.फ़िल्म में कई ऐसी सीन आते है जहाँ आप आँखे बंद कर लेंगे.फ़िल्म में नक्सालियों के खौफ को जिस तरह से दिखाया गया है वो आपको हिला देगा साथ ही ये फ़िल्म आपको सोचने पे मजबूर कर देगी की हमारे देश में ये सब हो रहा है और इस तरह से हो रहा है.

हर थोड़ी देर बाद एक ऐसा सीन आए जाता है जो आपको झकझोर देता है, आपको हीला देता है और सोचने पे मजबूर कर देता है आपको गुस्सा दिलाता है, आपको दया आती है, आपको तरस आता है.

Ada Sharma Acting

केरला स्टोरी से अदा शर्मा की अदाकारी का जो लेवल ऊँचा हुआ था यह फ़िल्म उसे और भी आगे बढ़ा रही है. अदा शर्मा ने अपने काम से एक बार फिर से दिल जीतने वाला काम किया है. आईपीएस नीरजा माधवन की जिंदगी को अदा शर्मा ने जीया है, अदा हर सीन में असर छोड़ती हैं एक प्रेग्नेंट महिला ऑफिसर अपने जोश और जुनून को कभी कम नहीं होने देती. उनकी आँखों में आपको गुस्सा साफ तौर पे महसूस होगा, उनकी बॉडी लैंग्वेज में आपको नक्सालियों के खिलाफ जो जज्बा है उसको ख़त्म करने का हौसला दिखाई देगा.

Co-Actors in Bastar the Naxal Story

इसके अलावा अगर हम और भी एक्टर्स की बात करें तो इसमें शिल्पा शुक्ला, राइमा सेन, यशपाल शर्मा और बाकी के सभी एक्टर्स ने काफी अच्छा काम किया है. फ़िल्म में अदा शर्मा और इंदिरा तिवारी दोनों ने जबरदस्त काम किया है.

Bastar the Naxal Story की कमजोरी

एक अच्छी खासी फ़िल्म पर अगर ढंग से कहानी लिखी गयी होतीं तो ये फ़िल्म वाकई में काफी जानकारीपूर्ण होने के साथ-साथ इमोशनल रूप से भी काफी ज्यादा प्रभाव डाल सकती थी.फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी है इसकी तेजी से भागती हुई कहानी और उसमें भी जानकारी का जरुरत से ज्यादा होना. फ़िल्म दिखाती कम है बताती ज्यादा है.

दरअसल फ़िल्म का एक साथ चार जगहों से आगे बढ़ना इसकी स्टोरी को इसकी एक्टिंग के आगे थोड़ा सा कमजोर कर देता है. सुप्रीम कोर्ट में एक आईपीएस अफसर को निलंबित करने और दो सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द कराने की कहानी के बीच में एक किस्सा आता है की रत्ना के पति को तिरंगा फहराने पर क्रूरता से मार दिया जाता है.

Bastar the Naxal Story वही टीम है जिसने केरला स्टोरी बनायीं थी और उस फ़िल्म के बाद काफी हंगामा हुआ था और देखना होगा की इस फ़िल्म को लेके लोगों का क्या रिएक्शन सामने आता है.

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