Sunita Williams Biography in Hindi:-सुनीता विलियम्स जो पिछले 9 महीनों से अंतरिक्ष में फसीं है और अब वो वापिस आने के लिए तैयार है. उनको वापिस लाने के लिए स्पेस X का विमान अंतरिक्ष पहुँच चूका है और वो 18 -19 मार्च तक धरती पे वापिस आ सकती है. इसके पहले भी सुनीता अंतरिक्ष गयी थी जहाँ वे 194 दिन तक रहीं थी लेकिन ये उनकी सबसे बड़ी यात्रा है.आज के इस आर्टिकल में जानेंगे सुनीता विलियम्स के बारे में.

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Sunita Williams Biography in Hindi:कौन है सुनीता विलियम्स?
सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो राज्य के यूक्लिड शहर में हुआ था. उनके पिता, डॉ. दीपक पांड्या, एक भारतीय-अमेरिकी थे जो गुजरात, भारत के अहमदाबाद से थे. वे चिकित्सा के पेशे के लिए 1958 में भारत से अमेरिका चले गए थे. सुनीता की मां, बोनी पांड्या, स्लोवेनियाई अमेरिकी थीं.
सुनीता की स्कूली शिक्षा मैसाचुसेट्स के हाई स्कूल से हुई. 1987 में, उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स नेवल एकेडमी से भौतिक विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. यहीं से उनके करियर की शुरुआत हुई.

Sunita Williams Biography in Hindi:अंतरिक्ष यात्री बनने का सफर
क्या आप जानते हैं, सुनीता विलियम्स ने कैसे एक अंतरिक्ष यात्री बनने का सफर तय किया? यह एक लंबी और कठिन यात्रा थी.
- नौसेना करियर: 1987 में, सुनीता को अमेरिकी नौसेना में कमीशन मिला. 1989 में, उन्हें नेवल एविएशन ट्रेनिंग कमांड में भेज दिया गया. यहां उन्हें हेलीकॉप्टर और एयरक्राफ्ट उड़ाने का प्रशिक्षण मिला.
- नासा द्वारा चयन: 1998 में, सुनीता का चयन अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा में हुआ. अगस्त 1998 में, जॉनसन स्पेस सेंटर में उनकी ट्रेनिंग शुरू हुई. उन्होंने सफलतापूर्वक अपनी स्पेशल ट्रेनिंग पूरी की.
Sunita Williams Husband Name
सुनीता विलियम्स के पति का नाम जे. विलियम्स है. ट्रेनिंग के दौरान, सुनीता का विवाह माइकल जे. विलियम्स से हुआ. माइकल नौसेना अधिकारी, पायलट, गोताखोर और एथलीट हैं. शादी के बाद सुनीता पांड्या, सुनीता विलियम्स के नाम से जानी जाने लगीं.
Sunita Williams Biography in Hindi:-पहला अंतरिक्ष मिशन (2006-2007)
सुनीता विलियम्स की पहली अंतरिक्ष यात्रा 9 दिसंबर, 2006 को स्पेस शटल डिस्कवरी के साथ शुरू हुई. 11 दिसंबर, 2006 को वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचीं. क्या आप जानते हैं, आईएसएस क्या है? यह एक बहुत बड़ा रेलवे स्टेशन है जिसका निर्माण कार्य 1998 से चल रहा है.
इस यात्रा के दौरान सुनीता विलियम्स 194 दिनों तक अंतरिक्ष में रहीं और 22 जून, 2007 को धरती पर वापस आईं. इसके साथ ही, वे अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला अंतरिक्ष यात्री बनीं. इससे पहले, 1997 में भारत की बेटी कल्पना चावला ने अंतरिक्ष यान कोलंबिया एसटीएस-87 से अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी.

Sunita Williams Biography in Hindi:-दूसरा अंतरिक्ष मिशन (2012)
सुनीता विलियम्स की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा 14 जुलाई, 2012 को बैकानूर कॉस्मोड्रोम से शुरू हुई. इस बार वे अंतरिक्ष में चार महीने रहीं और अनेक रिसर्च किए.
- अंतरिक्ष में स्वतंत्रता दिवस: 15 अगस्त, 2012 को भारत के 66वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने अंतरिक्ष में तिरंगा झंडा लहराया। यह पहली बार था जब स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा अंतरिक्ष में लहराया गया।
- स्पेसवाक: अपनी दूसरी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान सुनीता विलियम्स ने तीन स्पेसवाक भी की। स्पेसवाक का अर्थ है अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यान से बाहर निकलकर खुले अंतरिक्ष में आकर विभिन्न प्रकार के रिपेयर, असेंबली और डिप्लॉयमेंट के कार्यों को करना।
Sunita Williams रिकॉर्ड और उपलब्धियां
सुनीता विलियम्स ने अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज किए हैं. उन्होंने अभी तक 29 अलग-अलग अंतरिक्ष यानों में 2770 उड़ानें भरी हैं.
उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- 2008 में, भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
- 2013 में, स्लोवेनिया सरकार द्वारा गोल्डन ऑर्डर ऑफ मेरिट का सम्मान दिया गया.
- 2013 में, गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि दी गई.
- उन्हें ह्यूमैनिटेरियन सर्विस मेडल और नेवी कमेंडेशन मेडल जैसे कई सम्मानों से भी नवाजा गया है.

Sunita Williams की भारत यात्रा और पहचान
सितंबर 2007 में, सुनीता विलियम्स अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा से लौटने के बाद भारत आई थीं. एक इंटरव्यू में भी उन्होंने बताया था कि उन्हें भारत से एक अलग लगाव है. उन्होंने गुजरात के साबरमती आश्रम और अपने पैतृक गांव का दौरा किया. उन्हें गुजरात सोसायटी द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल विश्व प्रतिभा अवार्ड से सम्मानित किया गया. वे यह अवार्ड हासिल करने वाली पहली महिला हैं.
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