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Kasol हिमाचल प्रदेश में बसा एक खूबसूरत गाँव

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By Prakhar Agrawal

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Kasol हिमाचल प्रदेश में बात एक गांव में जो अपनी खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है. कसोल मनाली से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है और खूबसूरत पार्वती घाटी में बसा हुआ है. कसोल समुद्र तल से लगभग 1580 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कसोल अपनी प्राकृतिक सुंदरता जैसे कि पहाड़, झरने, बहती हुई नदी के साथ ही साथ ट्रैकिंग ट्रेल्स और अपनी स्थानीय संस्कृति के लिए भी जाना जाता है जो की पर्यटकों को एक अलग अनुभव प्रदान करती है.

Kasol की प्राकृतिक सुंदरता

कसोल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता.यहाँ पे आपको हरे-भरे जंगल, बर्फ से ढके पहाड़, और पार्वती नदी की कलकल धारा देखने को मिल जाएगी जो इस जगह को स्वर्ग जैसा महसूस कराती है.यह जगह प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है.यहाँ की ताजगी भरी हवा और शांत वातावरण आपके मन को सुकून प्रदान करते हैं.

ट्रेकिंग और एडवेंचर गतिविधियाँ

कसोल ट्रेकिंग के लिए भी के लिए भी काफी जाना जाता है.यहाँ कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं जो आपको पहाड़ों और जंगलों के बीच से होकर गुजरती हैं.इनमें से कुछ प्रसिद्ध ट्रेकिंग रूट्स हैं:

खीरगंगा ट्रेक: यह ट्रेक लगभग 12 किलोमीटर लंबा है और इसे पूरा करने में लगभग 5-6 घंटे लगते हैं.खीरगंगा ट्रेक का मुख्य आकर्षण यहाँ के गर्म पानी के कुंड हैं, जहाँ आप थकान मिटा सकते हैं.अगर आप चाहे तो खीर गंगा ट्रेक में उचाई पहाड़ों पे टेंट ले के रुक भी सकते है जो आपको एक अलग अनुभव देगा.

तोश गाँव ट्रेक: तोश गाँव अपनी खूबसूरती और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है.यह ट्रेक भी लगभग 3-4 घंटे का है और इसे पूरा करने के बाद आपको एक सुंदर गाँव का अनुभव मिलता है.यहाँ पे भी आपको ऊंचाई पे होटल्स मिल जायेंगे और रहने के लिए टेंट मिल जायेंगे.

चालाल ट्रेक: चालाल गाँव कसोल से केवल 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.यह ट्रेक छोटा और आसान है, और आपको यहाँ पे पार्वती नदी के किनारे-किनारे चलना पड़ता है.

Kasol स्थानीय संस्कृति और भोजन

कसोल में आपको हिमाचली संस्कृति का एक अनोखा अनुभव मिलेगा.हिमाचल प्रदेश के लोग वैसे भी काफी मिलनसार होते है वैसे ही कसोल के स्थानीय लोग बहुत ही मिलनसार और मददगार हैं.यहाँ का भोजन भी बहुत स्वादिष्ट होता है.कसोल में कई छोटे-बड़े रेस्टोरेंट्स और कैफे हैं जहाँ आप स्थानीय व्यंजन का स्वाद ले सकते हैं। यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजनों में सिड्डू, ट्राउट फिश, और हिमाचली राजमा-चावल शामिल हैं.

कसोल में इज़रायली प्रभाव

कसोल में एक बहुत ही रोचक बात यह है कि यहाँ इज़रायली पर्यटकों की संख्या काफी अधिक है.इसी कारण यहाँ के कई कैफे और रेस्टोरेंट्स में इज़रायली खाना भी मिलता है.आप यहाँ के कैफे में बैठकर शाक्शुका, फलाफेल, और हम्मस का आनंद ले सकते हैं.यहाँ के कैफे में आप इज़रायली संगीत का भी आनंद उठा सकते हैं.

Kasol का स्थानीय बाजार

कसोल का स्थानीय बाजार भी घूमने लायक है.यहाँ आपको कई तरह के हिप्पी वस्त्र, हैंडीक्राफ्ट्स, और अन्य सजावटी वस्तुएं मिलेंगी.यहाँ की दुकानें और बाजार आपको एक अनोखा अनुभव प्रदान करते हैं और यहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार के लिए कुछ यादगार खरीद सकते हैं.

Kasol में रहने की व्यवस्था

कसोल में रहने के लिए कई तरह के ऑप्शन है.यहाँ पे आपको प्रीमियम होटल से लेकर,होमस्टे,रिसोर्ट,गेस्ट हाउस और पहाड़ियों पे रहने के लिए टेंट भी मिल जायेगा.अपने बजट के अनुसार रहने के लिए आप जगह ले सकते है.

कैसे पहुँचे कसोल

कसोल आने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा भून्तर है,कसोल से भुंतर की दुरी 31 किलोमीटर है.यहाँ से फिर आप टैक्सी के माध्यम से कसोल पहुँच सकते है.अगर आप ट्रेन से आ रहे है तो सबसे अच्छा रहेगा आप चंडीगढ़ तक आ जाइये वहां से फिर बस पकड़ के कसोल आ सकते है.चंडीगढ़ से कसोल की दुरी लगभग 251 किलोमीटर है और 7 से 8 घंटे बस लेती है कसोल पहुंचाने में.सड़क मार्ग से कसोल पहुँचना बहुत आसान है.यहाँ के लिए कई राज्य परिवहन और निजी बस सेवाएँ उपलब्ध हैं.

दिल्ली से कसोल कैसे जाए

दिल्ली से कसोल जाने के लिए आपको सरकारी बस के साथ साथ कई लक्ज़री प्राइवेट बस मिल जायेगी जो आपको कसोल ले कर जाएगी आप अपने बजट के अनुसार बस ले सकते है.दिल्ली से कसोल की दुरी लगभग 483 किलोमीटर है और सरकारी राज्य परिवहन की बस पकड़ने के लिए आपको दिल्ली कश्मीरी गेट के अंतराजीय बस अड्डे जाना होगा जो कि मेट्रो स्टेशन से बिलकुल पास है.

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