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Purnagiri Yatra:- जानिये पूर्णागिरी यात्रा पर कब और कैसे जाए

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By wiralwala

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Purnagiri Yatra:- उत्तराखंड के चंपावत में माँ पूर्णागिरी का अध्भुत और अलोकिक मंदिर है. हर साल हज़ारों भक्त दूर दूर से इस अलौकिक जगह पर माता रानी के पावन दर्शन करने आते है. आज के इस आर्टिकल में आपको बताएंगे पूर्णागिरि उत्तराखंड की यात्रा कैसे करें, कब करें और कहां रुकें.

Purnagiri Yatra:- माता पूर्णागिरि का मंदिर कहाँ है?

माता पूर्णागिरि का चमत्कारिक मन्दिर उत्तराखंड के टनकपुर शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर, 5500 फीट की ऊंचाई पर अनपूर्ण शिखर पर स्थित है. यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, मान्यता है कि माता रानी का नाभि का भाग यहीं गिरा था. पुरे साल हज़ारों भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन नवरात्रि में यहाँ भक्तों का विशेष जमावड़ा लगता है.

Purnagiri Yatra:- पूर्णागिरी यात्रा पर कैसे पहुंचें?

पूर्णागिरि चंपावत आप ट्रेन से , सड़क मार्ग से या फिर हवाई मार्ग से आसानी से पहुँच सकते है.

पूर्णागिरी ट्रैन से कैसे पहुंचें?

पूर्णागिरी मंदिर का सबसे नजदीकी हवाई रेलवे स्टेशन टनकपुर का है जो की मुख्य मंदिर से लगभग 60 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. अगर आपको टनकपुर के लिए सीधी ट्रेन नहीं मिल रही है तो आप फिर लखनऊ,बरेली,शाहजहांपुर तक आ सकते है फिर वहां से सड़क के मार्ग से पूर्णागिरी मंदिर तक जा सकते है.

पूर्णागिरी सड़क के मार्ग से कैसे पहुंचें?

अगर आप अपनी वाहन से जा रहे है तो टनकपुर होते हुए आप पूर्णागिरी मंदिर तक पहुँच सकते है या फिर आप वहां पहुँच के कैब भी ले सकते है. साथ ही टनकपुर से सीधे आपको बस भी मिल जाती है जो आपको पूर्णागिरी मंदिर तक पहुंचा देती है. बस का किराया करीब 60 रुपये से 100 रुपये के बीच में होता है.

पूर्णागिरी हवाई मार्ग से कैसे पहुंचें?

पूर्णागिरी का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर में स्थित है जो की मुख्य मंदिर से लगभग 80 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है. पन्तनगर आने आने के लिए आपको टैक्सी या फिर बस मिल जायेगी फिर उसके माध्यम से आप पूर्णागिरी मंदिर तक पहुँच सकते है.

Purnagiri Yatra:- पूर्णागिरी में होटल कहाँ ले

अगर आप पूर्णागिरि की यात्रा कर रहे है तो दो जगह इस यात्रा के दौरान रुक सकते है पहला है टनकपुर और दूसरा पूर्णागिरि मंदिर के पास आप रुक सकते है. पूर्णागिरि मंदिर के पास आपको साफ सुथरे अच्छा धर्मशाला मिल जायेगा जहाँ आप नहा-धो सकते है साथ ही रात भी गुजार सकते है.

अगर आप होटल की तलाश में है तो आप टनकपुर में रुक सकते है वहाँ पे आपको 1200 -1500 रुपये में अच्छा रूम मिल जायेगा जहाँ आप अपने परिवार के साथ ठहर सकते है.

Purnagiri Yatra:- पूर्णागिरि में दर्शन कैसे करें?

पूर्णागिरि मंदिर में दर्शन करने के लिए आपको 3 किलोमीटर का ट्रैक करना होगा जिसमें करीब 1 हज़ार सीढियां चढ़नी होगी और 1 किलोमीटर की सामान्य यात्रा भी शामिल है. चढाई के दौरान आपको प्रसाद और खाने पीने की अनगिनत दुकान मिल जायेगी. पहुँचने के बाद लाइन में लग कर माता रानी का दर्शन करिये और मान्यता है माता रानी सभी की मनोकामना पूरी करती है.

पूर्णागिरि मंदिर परिसर के अन्य प्रमुख स्थल

माँ पूर्णागिरी के दर्शन करने के बाद आप नीचे आएंगे 500 मीटर तो वहां माँ काली का प्राचीन मंदिर है वहां भी दर्शन अवश्य करें. दर्शन करने के बाद वहीं मंदिर के पास आपको बाबा भैरव जी का मंदिर है माता रानी के दर्शन करने के बाद भैरव बाबा का दर्शन जरुर से करें.

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