Tunganath Mandir:-देव भूमि उत्तराखंड में बसा विश्व का सबसे ऊँचा शिव मंदिर तुंगनाथ मंदिर जो की समुद्र तल से लगभग 3680 मीटर पे स्थित है.ये विश्व का सबसे प्राचीन मंदिर है और इसका इतिहास महाभारत काल से है.आज के इस आर्टिकल में जानेंगे तुंगनाथ मंदिर के बारे में इसका इतिहास,कब जाएँ,कैसे जाएँ और कहाँ रुके.
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Tunganath Mandir का इतिहास
उत्तराखंड में भगवान शिव को समर्पित 5 केदार है उसी में से तीसरा केदार है तुंगनाथ मंदिर.तुंगनाथ का मतलब होता है पहाड़ों का भगवान् जो की भगवान शिव को कहा जाता है इस मंदिर का निर्माण आज से हज़ारों वर्षो पहले महाभारत के पांडवों द्वारा किया गया था.जब महाभारत के दौरान पांडवों पे हत्या का पाप लगा था तो उससे मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव के दर्शन करने का निर्णय लिया था.
पाण्डवों ने भगवान शिव को काशी से ले के हर जगह ढूंढा लेकिन वो नहीं मिले क्यूंकि उस समय भगवान शिव पांडवों से काफी ज्यादा क्रोधित थे और उनसे छिपने के लिए धरती में बैल का रूप लेकर समाने लगे.लेकिन तभी भीम ने उन्हें देख लिया और उन्हें पीछे से पकड़ लिया और भगवान शिव की भुजाएं यही रह गयी और अन्य शरीर का हिस्सा अन्य 4 केदार पे प्रकट हुआ.तुंगनाथ मन्दिर के ऊपर चंद्रशिला पहाड़ी भी है जिसका सम्बन्ध भगवान् राम से है.
Tunganath Mandir कैसे पहुंचे?
तुंगनाथ मंदिर पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको ऋषिकेश या फिर हरिद्वार आना होगा.
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Nearest Railway Station to Tunganath Mandir
बात करे सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन तुंगनाथ मंदिर के लिए तो वो है ऋषिकेश.जो कि हरिद्वार से करीब 25 किलोमीटर और देहरादून से 38 किलोमीटर की दुरी पर है.अगर आपको सीधी ट्रैन ऋषिकेश या फिर हरिद्वार की नही मिलती है तो देहरादून तक ट्रैन से आये जो की देश के हर एक कोने से जुड़ा है. फिर ऋषिकेश या हरिद्वार बस या फिर कैब से आराम से आ सकते है.
Nearest Airport to Tunganath Mandir
बात करे नजदीकी एयरपोर्ट की तो सबसे पास का एयरपोर्ट है जॉली ग्रांट देहरादून एयरपोर्ट जो कि ऋषिकेश से 16 किलोमीटर की दुरी पर है.यहाँ से आप डायरेक्ट कैब लेके जा सकते है तुंगनाथ मंदिर या फिर ऋषिकेश में एक दिन रुक के अलगी सुबह कैब या फिर बस लेके तुंगनाथ मंदिर जा सकते है.
Rishikesh to Tunganath Mandir By Bus
अगर आप ऋषिकेश से तुंगनाथ बस से जाना चाहते है तो सबसे पहले आपको ऋषिकेश आईएसबीटी आना होगा.आईएसबीटी ऋषिकेश से आपको रुद्रप्रयाग की बस लेनी है,रुद्रप्रयाग के लिए बस आपको सुबह 5:30 बजे,फिर सुबह 7:30 और 8:30 बजे तक ही मिलती है उसके बाद बस आपको नहीं मिलेगी कोशिश कीजियेगा सुबह 5:30 बजे की बस में आप बैठ जाए इससे आप शाम होने से पहले पहुँच जायेंगे.रुद्रप्रयाग पहुंचने में 4 से 5 घंटे लगते है और बस का किराया होता है 290 रुपये.
रुद्रप्रयाग पहुंचने के बाद आपको बस लेनी होती है उखीमठ के लिए और रुद्रप्रयाग से उखीमठ की दुरी करीब 50 किलोमीटर की है और बस का किराया होता है 90 रुपये.उखीमठ से चोपता तुंगनाथ के लिए वहां पे शेयरिंग कैब खड़ी रहती है और ऊखीमठ से चोपता तुंगनाथ की दुरी 29 किलोमीटर है और कैब वाले एक आदमी का 200 रुपये लेते है.
Rishikesh to Tunganath Mandir By Cab
ऋषिकेश से तुंगनाथ मंदिर अगर आप कैब से जाते है तो कैब वाले आप से दोनों साइड का करीब करीब 8 से 9 हज़ार रुपये लेंगे.
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Tunganath Chopta के पास होटल
तुंगनाथ के पास चोपता में आपको ज्यादा होटल की सुविधा नहीं मिलेगी होटल बहुत ही कम है और जो होटल मिलेगा उसमें सर्विस एकदम बेसिक सी रहेगी.हालाँकि थोड़ी दूर पर यानि की 3 से 5 किलोमीटर रास्ते में आपको कई कैंपिंग वाले मिल जायेंगे जहाँ आप ठहर सकते है.तो जाने से पहले ऑनलाइन देख के जाए कि वहां होटल मिल रहे है या नहीं.
नीचे फोटो लगी हुई उसे देख के नंबर लेके कॉल कर के बुक कर सकते है.याद रखे फोटो केवल जानकारी के लिए दी गयी है एडवांस पेमेंट अच्छे से बात करके दे.
Tunganath Trekk
बात करे तुंगनाथ ट्रेक की दुरी तो चोपता से तुंगनाथ की दुरी लगभग 4 किलोमीटर है और ये खड़ी चढाई है और इसलिए आपको घोडा भी मिल जायेगा जो आपसे 900 रुपये लेगा ऊपर तुंगनाथ तक ले जाने का.नीचे से ऊपर जाने और दर्शन करने और फिर नीचे आने में करीब करीब 6 से 7 घंटे तक का समय लग जाता है.