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Honduras Hanuman Temple दक्षिणी अमेरिकी देश जहाँ हनुमान जी की पूजा होती थी

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By Divyanshu Agnihotri

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Honduras Hanuman Temple:-सेंट्रल अमेरिका के रहस्यमय जंगलों में पाई गई एक सभ्यता जिसका संबंध हमारे हिंदू माइथोलॉजी से कहीं ना कहीं है. तो इस रहस्य का समझने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े.

Charles Lindenberg in Honduras Hanuman Temple

यह उन दिनों की बात है जब Charles Lindberg honduras के Mosquitia जंगलों में घूमने का प्लान किया और जब वह यहां लैंड हुए तो शाम हो चुकी थी इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया की सारी रात को जंगल में कैंपिंग करके ही बताएंगे.क्योंकि उन्हें एडवेंचर करना बहुत ही पसंद था.

वहां पर उन्होंने एक गांव देखा और गांव में उन्होंने देखा कि वहां के जो लोकल लोग थे हो वहां पर एक बंदर के बहुत ही बड़े स्टैचू की पूजा कर रहे थे उन्हें इस बात पर काफी आश्चर्य हुआ.इसके बाद किसी कारणवश अपना रिसर्च पूरा नहीं कर पाए और ये रिसर्च उन्होंने Theodore Morde को दे दी.

Theodore Morde in Honduras Hanuman Temple

एक अमेरिकी साहसी, ने लिंडबर्ग द्वारा दी गई सलाह पर काम किया और दावा किया कि उसने अंततः 1940 में खोया हुआ शहर ढूंढ लिया था।उन्होंने दावा किया कि स्थानीय गांव वालों द्वारा द्वारा एक वानर की विशाल मूर्ति के लिए बलि दी गई थी। हालाँकि, इससे पहले कि वह इसके सटीक स्थान की घोषणा कर पाते, लंदन में एक कार एक्सीडेंट में उनकी मृत्यु हो गयी.

ह्यूस्टन विश्वविद्यालय और नेशनल सेंटर फॉर एयरबोर्न लेजर मैपिंग के शोधकर्ताओं ने मॉस्किटिया क्षेत्र के ऊपर उड़ान भरी और खुलासा किया कि होंडुरास के पूर्वी छोर जंगल पर वानर की एक विशाल मूर्ति और उसके साथ ही अन्य मूर्ति भी है.

हनुमान जी कैसे पहुंचे Honduras

रामायण के किष्किंधा काण्ड में पेरू, दक्षिण अमेरिका आदि के त्रिशूल का वर्णन है और युद्ध काण्ड (युद्ध प्रसंग) में हनुमान के पाताल लोक (मध्य अमेरिका और ब्राजील, जो विश्व में भारत के दूसरी ओर हैं) की यात्रा करने और अपने पुत्र मकरध्वज से मिलने का वर्णन है.पाताल के राजा को मारने के बाद, हनुमान ने एक नया शासक नियुक्त किया और अपने पुत्र मकरध्वज को उस राज्य के शासक का रक्षक बनाया, तब से उस राज्य के लोगों ने हनुमान को भगवान के रूप में पूजा करना शुरू कर दिया.

यह एक कारण हो सकता है कि मध्य और दक्षिण के प्राचीन अमेरिकी अपने सभी देवताओं की मूर्तियों को लाल रंग से रंगते थे (हनुमान की मूर्तियों के समान लाल नारंगी रंग में रंगी हुई)।

Theodore Morde के अनुसार Honduras Hanuman Temple

अपने अभियान के बाद, Morde ने खंडहरों के सामने आने से पहले दलदलों, नदियों और पहाड़ों के ऊपर की यात्रा करने का वर्णन किया, उन्होंने बड़ी, खंडहर इमारतों के सबूत होने का दावा किया और कहा कि उनके गाइडों ने उन्हें बताया कि एक बार एक मंदिर था जिसमें एक बड़ी सी सीढ़ी थी जो “बंदर भगवान” की मूर्ति तक जाती थी.

मोर्डे ने ये भी वादा किया था उसने कि वह उस मंदिर पे पूजा के साथ साथ आग जलाते थे उसमे पूजा करते थे और हिन्दू माइथोलॉजी के अनुसार इस विधि को यग्य बोला जाता है.मोर्डे हजारों कलाकृतियाँ वापस लाए, जिनमें से अधिकांश न्यूयॉर्क शहर में अमेरिकी भारतीयों के हेय फाउंडेशन संग्रहालय के संग्रह का हिस्सा बन गईं.

Conclusion

Charles Lindberg और Theodore Morde के रिसर्च और जिस तरह से उन्हें इस मूर्ति के बारे में बताया तो कहीं कहीं हिन्दू माइथोलॉजी के अनुसार इसका नाता हनुमान जी से है और उसके बाद कई भारतियों ने भी इस पे रिसर्च किया और पाया ये मूर्ति हनुमान जी की है और इस का नाता पाताल लोक से है.

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