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जानिये new toll Tax rule के बारे मे और जो रसीद मिलता है उसका क्या फायदा हो सकता है

By Prakhar Agrawal

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New Toll Tax Rule ; जब आप हाईवे पे गाडी चलाते है तो थोड़ी थोड़ी देर बाद टोल प्लाजा आते है जहाँ पे आप टोल टैक्स देने के बाद अपना सफर आगे बढ़ाते है. और उस टोल के बदले आपको एक रसीद मिलती है लेकिन क्या आप जानते है टोल प्लाजा के क्या है नियम. वो जो रसीद आपको मिली उस रसीद के अंदर आपके लिए क्या क्या फायदा छिपे है.

आज के इस आर्टिकल मे आप जानेंगे टोल टैक्स से जुड़े हुए नियमो के बारे मे जो हर उस नागरिक को पता होना चाहिए जो हाईवे पे गाडी चलता है.टोल के नियम और जो रसीद आपको मिलती है उसके बेनिफिट जानना भी हमारे लिए बहुत जरूरी है.

Toll Plaza किसे कहते है?

टोल प्लाजा उस जगह को कहते है जो हाईवे और एक्सप्रेवे पे होते है जहाँ ड्राइवर एक अमाउंट टोल प्लाजा को देता है. टोल जो ये सरकार लेती है वो रोड को बनाने के लिए रोड को मेन्टेन करने के लिए लेती है. ज्यादातर एक्सप्रेवे के ऊपर टोल जो है भारत सरकार द्वारा लिया जाता है लेकिन बहुत सी ऎसी रोड भी है जो राज्य सरकार द्वारा संचालित होती है और उसका टैक्स राज्य सरकार लेती है.

Toll Tax कितना देना चाहिए?

अगर बात करें टोल टैक्स अमाउंट की तो ये जगह जगह पे अलग अलग हो सकता है. इसका अलग होने का कारण है की जिस रोड पे आप जा रहे है वहां पे कोई सुरंग हो सकता है कोई पूल हो सकता है. उसको बनवाने मे रखरखाव मे सरकार को ज्यादातर खर्च करना पढ़े तो वहां पे टोल टैक्स की कीमत ज्यादा होंगी और जहाँ पे रोड प्लेन होंगी वहां पे टोल टैक्स की कीमत कम हो सकती है.साथ ही इस पे भी निर्भर करता है उस रोड की लम्बाई कितनी है उस हिसाब से टोल टैक्स वसूल किया जाता है.

3 मिनट में टोल पार नहीं हुए तो टोल फ्री क्या ये सच है?

सोशल मीडिया पे बहुत सी वीडियो तेजी से फेली हुई है की अगर हमने तीन मिनट के भीतर टोल प्लाजा पार नहीं किया वहां पे बहुत ज्यादा भीड़ लगी हुई है तो हमें टोल टैक्स देने की जरुरत नहीं है हमारा टोल टैक्स माफ़ हो जाता है. जानते है इसके पीछे की सच्चाई.

सन 2017 मे एक वकील ने RTI फ़ाइल की थी NHAI के जालंधर ऑफिस मे जिसके अंदर दो प्रश्न पूछे गए थे पहले था एक ड्राइवर के लिए टोल प्लाजा पर वेटिंग टाइम कितना होता है, दूसरा यह था कि अगर उस वेटिंग टाइम से ज्यादा हो जाता है तो ड्राइवर को क्या मुआवजा मिलेगा. आरटीआई के तहत जालंधर के ऑफिस से यह जवाब आया था की टोटल जो वेटिंग टाइम है वह है 2 मिनट 50 सेकंड का और अगर कोई भी गाड़ी 3 मिनट से ज्यादा का टाइम लेती है टोल को पार करने में तो इसमें ड्राइवर को टोल देने की आवश्यकता नहीं होगी.

और सोशल मीडिया पर भी यह बात तेजी से फैल गई थी अगर आपकी गाड़ी 3 मिनट से ज्यादा वहाँ रहती है टोल कलेक्टर के लेट करने की वजह से या भीड़ की वजह से तो आपको किसी प्रकार का कोई टोल टैक्स नहीं देना होगा.

लेकिन जब यह बात सोशल मीडिया पर फैलने लगी और जगह-जगह से कंप्लेंट आने लगी तो NHAI ने स्पष्टीकरण दिया कि यह रूल केवल चंडीगढ़ के हाईवे पर लागू होता है पुरे भारत मे यह रूल लागू नहीं होता है.

New Toll Tax Rule Of Toll Plaza

सन 2022 में NHAI ने नई रूल बुक जारी की है 2022 के नए नियमों के तहत अगर आपकी गाड़ी में फास्ट टैग लगा हुआ है और आपको टोल प्लाजा पार करने में 10 सेकंड से ज्यादा का टाइम लगता है तो आपको कोई भी टोल देने की आवश्यकता नहीं है आप बिना टोल दिए टोल प्लाजा पार कर सकते हैं.

साथ ही अगर ट्रैफिक 100 मीटर से ज्यादा है यानि की गाड़ियों की लाइन 100 मीटर से ज्यादा की है एक टाइम के अंदर ट्रैफिक को क्लियर करने के लिए किसी भी गाड़ी से टोल नहीं लिया जाएगा सब गाड़ियों को ट्रेफिक क्लियर करने के लिए छोड़ दिया जाएगा.

Toll Slip Benifit


अब बात करते हैं जब आप टोल पे कर देते हैं तो आपको एक रसीद मिलती है उस रसीद का क्या फायदा होता है कौन से बेनिफिट छुपे हुए हैं.एक बात समझने वाली है की टोल टैक्स हमसे क्यों लिया जाता है. दरअसल टोल टैक्स हम देते अपने आराम के लिए ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो.तो अगर उस हाईवे पे चलते हुए किसी भी प्रकार की असुविधा होती है तो उसकी ज़िम्मेदारी भी NHAI की होती है.

मान लीजिये चलते चलते आपकी गाडी का पेट्रोल खत्म हो जाता है या फिर गाडी मे कोई खराबी आ जाती है तो जो रसीद दी हुई होती है और उस रसीद के पीछे एक नंबर दिया हुआ होता है उस नंबर पे कॉल कर के मदद मांगिये. NHAI की पूरी ज़िम्मेदारी होती है की वो आपकी मदद करें.

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