भारत पे के सह संस्थापक और एमडी अशनीर ग्रोवर एक बार फिर से ख़बरों मे है. खबर है की अशनीर Zerope नाम के एक ऐप के जरिये एक बार फिर से फिंटेक बाजार मे कदम रखने जा रहे है. Zerope के वेबसाइट के मुताबिक मेडिकल खर्चो के लिए लोगों को 5 लाख रूपए तक का लोन मिलेगा.आज इस आर्टिकल जानेंगे अशनीर ग्रोवर से जुड़े स्टार्टअप और Zerope के बारे मे.
ZEROPE COMPANY क्या करती है?
अशनीर ग्रोवर अपना तीसरा बिज़नेस शुरू करने जा रहे है इसका नाम है Zerope. ये एक फिंटेक है जो मेडिकल फाइनेंसिंग मे काम करेगा जिन्हे भी इलाज़ के लिए इमरजेंसी मे पैसों की जरुरत होगी वो इस ऐप से 5 लाख रुपये तक का लोन पा सकेगा वो भी तुरंत.
इस बिज़नेस के जरिये Zerope ने दिल्ली के नॉन बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी मुकुट फिनवेस्ट के साथ डील की है. Zerope की वेबसाइट पे लिखा है की इस सर्विस का फायदा तभी मिलेगा ज़ब मरीज ऐप के नेटवर्क मे लिस्टेड हॉस्पिटल के साथ इलाज़ कारा रहे हो. इसके अलावा आप अपना लोन समय से पहले भी वापिस कर सकते है इसके लिए उनसे कोई भी एक्स्ट्रा पैसा नहीं लिया जायेगा.
हालांकि ये अभी नहीं बताया गया है की कितने परसेंट पे लोन दिया जायेगा अभी यह टेस्टिंग फेज मे ही है.
कौन है अशनीर ग्रोवर
अशनीर ग्रोवर भारतीय कारोबारी और कई सफल स्टार्टअप के सह संस्थापक है. अशनीर 1982 मे दिल्ली मे पैदा हुए थे उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग और आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया. उन्होंने कोटक बैंक से लेकर, ग्रोफर्स, पीसी जेवेल्लेर्स के साथ साथ अलग अलग बड़े बड़े पद पर काम किया है.
अशनीर ग्रोवर और भारतपे
फिर 2018 मे शाश्वत नकरानी और भाविक कोलड़िया के साथ मिलकर फिंटेंक कंपनी भारत पे को शुरू किया.कंपनी मर्चेंट को पेमेंट के लिए क्यूआर कोड, पीओएस मशीन और अन्य फाइनेंसियल सर्विस देती है.भारत पे ने 4 साल मे ही डिजिटल पेमेन्ट के दुनिया अच्छी खासी पकड़ बनाया ली 2021 मे भारतपे एक यूनिकॉर्न कंपनी बन गयी यानी उसका वैल्यूएशन एक अरब डॉलर को पार कर गया.
अशनीर ग्रोवर और विवाद
सब कुछ अच्छा चल रहा था तभी अशनीर का नाम एक विवाद मे आया और यहीं से अशनीर के ज़िन्दगी मे भूचालों की शुरुआत हुई समय था जनवरी 2022. ग्रोवर पर कोटक महिंद्रा के बड़े अधिकारी के साथ गाली गलोच का आरोप लगा जिसे उन्होंने खारीज़ कर दिया था. एक आरोप क्या सामने आया मानो ग्रोवर के ऊपर आरोपों का पिटारा खुल गया. कंपनी मे काम करने का तरीका पे सवाल उठने लगा दूसरे संस्थापक और निवेशको के साथ अनबन की खबरें सामने आने लगी. जनवरी मे ही अशनीर मार्च तक छुट्टी पे चले गये, विवाद के चक्कर मे अशनीर की पत्नी माधुरी जैन भी आयी उस वक़्त माधुरी भारतपे मे हेड ऑफ़ कण्ट्रोल के पद पर थी.
पहली कार्यवाही के तौर पर उनको छुट्टी पर भेज दिया गया.इस बीच भारतपे ने ऑडिटर्स को बुलाकर ग्रोवर के कार्यकाल वाली अवधि मे कंपनी के कामकाज की ज़ाँच करवाई.ऑडिटर्स की रिपोर्ट मे माधुरी जैन के ऊपर भी सवाल उठे वित्तीय अनियमितताओं के नाम पर माधुरी जैन से इस्तीफा ले लिया गया और कुछ दिनों बाद अशनीर ने भी इस्तीफा दे दिया. उसके बाद भारतपे ने अशनीर के खिलाफ दिसंबर 2022 मे केस दर्ज़ कराया.
यूनिकॉर्न क्या होता है?
जिस कंपनी का वैल्यूएशन 1 अरब डॉलर से ज्यादा का हो जाता है उसे यूनिकॉर्न कहते है.
क्या हुआ अशनीर की कंपनी crickpe का?
अशनीर के zerope पे सबकी निगाहेँ होंगी क्यूंकि इससे पहले वाले बिज़नेस क्रिकपे जिसे उन्होंने जनवरी 2023 मे शुरू किया था उसकी हालत कुछ ख़ास नहीं चल रही है.क्रिकपे एक फैंटेसी गेमिंग प्लेटफार्म है. क्रिकपे जिस फील्ड मे उत्तरी थी उसमे पहले से ही ड्रीम 11, मोबाइल प्रीमियर लीग, माय 11 सर्किल पहले से ही अपना नाम बना चुके है. सबकी नज़रे अशनीर के इस स्टार्टअप पे थी की अब वो इससे क्या करिश्मा करेंगे पर नतीजे वैसे नहीं आये जैसे उम्मीद अशनीर को थी.
पेहले ही उनका ये स्टार्टअप भारी भरकम टैक्स के जंजाल मे फंस गया. जुलाई 2023 मे जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई उसमे ऑनलाइन गेमिंग पर जीएसटी को लेकर कुछ बदलाव किये गये. कहा गया की गैम्बलिंग की तरह ही ऑनलाइन गेमिंग पर भी 28% जीएसटी वसूली जाएगी. इससे पेहले ऑनलाइन गेमिंग को गेम ऑफ़ स्किल मानकर उससे 18% जीएसटी ली जाती थी.
ज़ब ये फैसला आया तो अशनीर ने खुल के इस नियम की आलोचना की. उन्होंने कहा अगर सरकार सोच रही है की यूजर पहले 100 रूपये पे 28 रूपये का टैक्स देगा 72 रुपये की एंट्री ले के गेम खेलेगा फिर प्लेटफार्म फीस देने के बाद 54 रुपये जीत गया तो 30% का टीडीएस देगा तो ऐसा कभी नहीं होगा.बाद में अशनीर ने माना की क्रिकपे मे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है.
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